Bombay Leaks Desk
मुंबई : ईद ए मिलादुन्नबी पर हर बार की तरह इस बार भी मुईन अशरफ़ उर्फ़ बाबा बंगाली के भाषण का कोई असर नहीं हुआ कल युवाओं ने जमकर डीजे बजाया और पटाखे भी फोड़े।
हर साल की तरह इस साल भी आज़ाद मैदान दंगों और हत्या के आरोपी तोड़ु-ए-नागपाड़ा भूमाफिया तथाकथित स्वघोषित धर्म धुरंधर श्री मुईन अशरफ़ उर्फ़ बाबा बंगाली ने ईद ए मिलादुन्नबी से पहले अपने आश्रम से अपील की थी कि इस बार पटाखे और डीजे से बाज़ रहें लेकिन युवाओं में इसका कोई असर नहीं हुआ। और हर साल की तरह इस बार भी युवाओं ने जुलूस में डीजी बजाकर बिंदास जुलूस निकाले और पगड़ी डांस भी किया।
पैगंबर मुहम्मद (स.) के जन्म दिन के रूप में ईद ए मिलादुन्नबी बड़े ज़ोर शोर से मनाई जाती है और हर साल की तरह इस बार भी बाबा बंगाली ने इसकी ताकीद की थी। यहीं नहीं जुलूस से पहले हर इलाके में बड़े बड़े बैनर लगाए गए थे लेकिन बैनर की बैंड तब बज गई जब बंगाली बाबा के बैनर के सामने ही डीजे की ताल पर युवकों मे पगड़ी डांस किया। जिन इलाकों में डीजे बजाने के लिए बाकायदा लोगों ने मना किया था उसी इलाके में डीजे की ताल पर थिरकने वाले युवकों का जम कर स्वागत भी किया गया। इस नज़ारे को देख लोग शर्म से पानी पानी ज़रूर हुए लेकिन युवाओं को इसकी बिल्कुल भी चिंता नहीं हुई।
मौलाना अब्दुस्सलाम कासमी का कहना है कि जिन उलमाओँ ने डीजे को लेकर फतवे जारी किए वह खुद शरीअत पर अमल नहीं करते तो दूसरे लोग उनकी बातें कहां सुनेंगे और उन्हें इस बात की भी जानकारी बेहतर तरीके से है कि युवा उन्हें शरीअत के नाम पर भाव तक नहीं देते लेकिन व्हाट्सप और सोशल साइट पर चमकने के लिए कुछ नहीं तो यही फंडे की आंड़ में खुद को धर्मधुरंधरों की सूचि में नामांकन करवा लेते हैं। युवा उनकी बात सुनें या न सुनें लेकिन उनको इस आड़ से चमकने को ज़रूर मिल जाता है।कासमी ने कहा अगर डीजे बंद करवाना है तो इसके लिए पुलिस की मदद लेनी चाहिए जो कानूनी कार्रवाई करते है।
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